जन्माष्टमी पर उज्जैन के मंदिरों में उत्सव का माहौल
श्री कृष्ण मंदिरों में पूजन-अभिषेक, रात 12 बजे होगी मुख्य आरती
उज्जैन | भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर महाकाल की नगरी उज्जैन में भक्ति और उल्लास का माहौल है। श्री कृष्ण का उज्जैन से विशेष संबंध रहा है, क्योंकि यही वह नगरी है जहां उन्होंने शिक्षा प्राप्त की थी।
इस्कॉन मंदिर में भक्तों की भीड़
भरतपुरी क्षेत्र स्थित इस्कॉन मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा है। भगवान राधा मोहन का सुबह पूजन-अभिषेक कर उन्हें नए वस्त्र धारण करवाए गए। आकर्षक आभूषण और पुष्प माला से श्रृंगार किया गया। भक्तों के लिए प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था है।
महाकालेश्वर मंदिर में विशेष आयोजन
श्री महाकालेश्वर मंदिर में संध्या आरती के बाद नैवेद्य कक्ष में लड्डू गोपाल का पंचामृत से पूजन-अभिषेक किया जाएगा। परिसर स्थित साक्षी गोपाल मंदिर में भी विशेष श्रृंगार और पूजन हो रहा है।
द्वारकाधीश मंदिर में नाथद्वारा से श्रृंगार सामग्री
सिंधिया ट्रस्ट के श्री द्वारकाधीश गोपाल मंदिर में नाथद्वारा से विशेष श्रृंगार सामग्री मंगाई गई है। पुजारी पावन शर्मा ने बताया कि सुबह से ही पंचामृत अभिषेक के बाद दर्शन प्रारंभ हो गए हैं। शाम 6:30 बजे पट बंद होंगे और इस दौरान ढोली बुआ का कीर्तन होगा।
रात 12 बजे मुख्य आरती
रात्रि 12 बजे सभी प्रमुख कृष्ण मंदिरों में विशेष आरती होगी। द्वारकाधीश मंदिर में आरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरण किया जाएगा।
नंदोत्सव और कथा आयोजन
अगले दिन यशोदा माता की झांकी सजाई जाएगी। बछ बारस तक प्रतिदिन ढोली बुआ की कथा होगी। रविवार को कई मंदिरों में नंदोत्सव मनाया जाएगा।
